शुक्रवार, 30 मई 2014
Case #11 - 11 माता, पिता, महिला-मित्र
जोहन को अपनी महिला मित्र के साथ पक्की तरह वचनबद्ध होने में मुश्किल महसूस हो रही थी । वो अपने संबंध के बारे में आश्वस्त नहीं था ।
उसका एक सपना था । वह और उसकी महिला-मित्र प्रेम करते थे । उसके माता और पिता उसके साथ थे । उसके पिता जो आत्मविश्वासी एवँ मजबूत थे, एक जवान आदमी थे ।
वह अनिश्चय की स्थिति में था, वह नहीं चाहता था कि उससे उसको गर्भ ठहर जाये ।
उसके पिता आगे आये तथा उसने चैन महसूस किया ।
यदि आप फरुइडियन होते तो आपने मैदान मार लिया होता, लेकिन गेस्टाल्ट के साथ हम अलग ही तरीके से चलते हैं ।
गेस्टाल्ट एकीकरण तथा स्वामित्व के बारे में है, इसलिये हम सपने के सभी हिस्सों की जाँच करते हैं । यह हमें आपके विचारों की भिन्नता तथा तुम्हारे अंदर तक पैठ करने देता है ।
इसलिये मैं उसे कहता हूँ कि वह स्वयँ सपने का हरेक हिस्सा बने ।
वह स्वयँ सपने का हिस्सा बनने में कुछ संकोच कर रहा था और आगे नहीं बढ़ रहा था ।
वह महिला-मित्र बन कर, दिल से सभी कुछ चाह रहा था, बिना किसी महत्व के ।
पिता की तरह वह खुला हुआ, स्पष्ट तथा स्वस्थ था ।
माता की तरह वह कपटी, रहस्यपूर्ण, दिखने की चाह के बिना, खुद को छुपा रही थी ।
एक सामंजस्य था – पिता का महिला मित्र के साथ, दोनों ही विश्वास से भरे हुए और पक्के, तथा उसमें और उसकी माँ में, दोनों ही अनिश्चितता की स्थिति में, जो पक्के न हो, छुपने वाले ।
यह ठीक लगता था क्योंकि जब वह बड़ा हो रहा था तो उसकी माँ उसकी तरफ से उदासीन रहती थी ।
इसलिये हमने इस उदासीनता को परखा, जिसे हम 'भावुक शून्यता' कहते हैं, उसका संवेदनाशून्य पक्ष ।
उसने इसको अपने उदासी के अनुभवों और विशेषतया निरथर्कता के साथ जोड़ा ।
उसको अपनी उदासीनता की जानकारी से सक्षमता मिली, जैसा कि वह देख रहा था कि यह कुछ ऐसी मौलिकता के बारे में है जिसे वो अपने संबंध में लाया था । कुछ अलग अनुभव के लिये उसे स्वयँ को जोश में लाने के लिये किसी बाहरी साधन के बिना (महिला मित्र) कुछ तरीके ढूंढने पड़ेगें ।
यह जानकारी के नियमों, गेस्टाल्ट के जिम्मेदारी के मत तथा 'क्या है' के साथ होने पर आधारित है । उसकी उदासीनता कुछ ऐसी चीज नहीं है जो बदल जायेगी – यह उसके संबंधों के साथ व्यव्हार में निहित है । लेकिन वह अपनी जानकारी और चुनाव करने की प्रवृति को बढ़ा सकता है, और समझ सकता है कि कैसे वह संबंधों में दिखाई देती है ।
उसका एक सपना था । वह और उसकी महिला-मित्र प्रेम करते थे । उसके माता और पिता उसके साथ थे । उसके पिता जो आत्मविश्वासी एवँ मजबूत थे, एक जवान आदमी थे ।
वह अनिश्चय की स्थिति में था, वह नहीं चाहता था कि उससे उसको गर्भ ठहर जाये ।
उसके पिता आगे आये तथा उसने चैन महसूस किया ।
यदि आप फरुइडियन होते तो आपने मैदान मार लिया होता, लेकिन गेस्टाल्ट के साथ हम अलग ही तरीके से चलते हैं ।
गेस्टाल्ट एकीकरण तथा स्वामित्व के बारे में है, इसलिये हम सपने के सभी हिस्सों की जाँच करते हैं । यह हमें आपके विचारों की भिन्नता तथा तुम्हारे अंदर तक पैठ करने देता है ।
इसलिये मैं उसे कहता हूँ कि वह स्वयँ सपने का हरेक हिस्सा बने ।
वह स्वयँ सपने का हिस्सा बनने में कुछ संकोच कर रहा था और आगे नहीं बढ़ रहा था ।
वह महिला-मित्र बन कर, दिल से सभी कुछ चाह रहा था, बिना किसी महत्व के ।
पिता की तरह वह खुला हुआ, स्पष्ट तथा स्वस्थ था ।
माता की तरह वह कपटी, रहस्यपूर्ण, दिखने की चाह के बिना, खुद को छुपा रही थी ।
एक सामंजस्य था – पिता का महिला मित्र के साथ, दोनों ही विश्वास से भरे हुए और पक्के, तथा उसमें और उसकी माँ में, दोनों ही अनिश्चितता की स्थिति में, जो पक्के न हो, छुपने वाले ।
यह ठीक लगता था क्योंकि जब वह बड़ा हो रहा था तो उसकी माँ उसकी तरफ से उदासीन रहती थी ।
इसलिये हमने इस उदासीनता को परखा, जिसे हम 'भावुक शून्यता' कहते हैं, उसका संवेदनाशून्य पक्ष ।
उसने इसको अपने उदासी के अनुभवों और विशेषतया निरथर्कता के साथ जोड़ा ।
उसको अपनी उदासीनता की जानकारी से सक्षमता मिली, जैसा कि वह देख रहा था कि यह कुछ ऐसी मौलिकता के बारे में है जिसे वो अपने संबंध में लाया था । कुछ अलग अनुभव के लिये उसे स्वयँ को जोश में लाने के लिये किसी बाहरी साधन के बिना (महिला मित्र) कुछ तरीके ढूंढने पड़ेगें ।
यह जानकारी के नियमों, गेस्टाल्ट के जिम्मेदारी के मत तथा 'क्या है' के साथ होने पर आधारित है । उसकी उदासीनता कुछ ऐसी चीज नहीं है जो बदल जायेगी – यह उसके संबंधों के साथ व्यव्हार में निहित है । लेकिन वह अपनी जानकारी और चुनाव करने की प्रवृति को बढ़ा सकता है, और समझ सकता है कि कैसे वह संबंधों में दिखाई देती है ।
सोमवार, 26 मई 2014
Case #10 - 10. डर, आक्रमण और मजा
बिजेट एक बहुत ही भावुक इन्सान थी । उसे पहले बहुत बुरी एलर्जी हो चुकी थी तथा उसका शरीर वातावरण से प्रभावित होता था और वह डर भी जाती थी ।
उसने बताया कि अगर कोई उस पर गुस्सा करता था तो उसके लिये झेलना कितना मुश्किल था । जब भी अपने साथी से उसकी कोई असहमति होती थी तो वह अपने-आप को बहुत कमजोर महसूस करती थी ।
उसने कहा कि 'मेरा शरीर मेरा नहीं है, मैं सुन्न हूँ, मुझे सीमा का कोई ज्ञान नहीं है' ।
इसलिये, उसे अपने शरीर में रहना मुश्किल था और विशेषतया तब जब उसके आसपास कोई अप्रसन्न
हो ।
मैंने उससे उसकी कमियों के बारे में पूछा । उसने बताया कि किस-किस समय वह जिद्दी और दूसरों के प्रति असंवेदनशील हो जाती है ।
मैंने उसे अपनी जिद और असंवेदनशीलता के बारे में बताया ।
उसने बताया कि वह अपनी आँखें इतनी तीखी कर सकती है जिससे कोई चुपचाप दूर हो जाये ।
मैंने उसे अपनी आँखों के बारे में कल्पना करने के लिये कहा, उसी तरह कि जिनसे लोग दूर हो जायें । उसने बताया कि उसकी आँखें गर्मा-गर्म हैं जिससे वह किसी को भी मार सकती है । मैंने उसे उन्ही गर्मा-गर्म आँखों से लोगों को जलाने के लिये कहा । उसने एक छवि के बारे में बताया जिसमें उसने किसी के चेहरे पर जोर से तमाचा मारा ।
जब वह एक जवान औरत थी तो उसका यौन-शोषण किया गया था जिससे उसको पुरूषों के प्रति बहुत गुस्सा था ।
इसलिये मैंने उसे उसी व्यक्ति को कल्पना में तमाचा मारने के लिये कहा जिसने उसके साथ ऐसा किया था ।
उसे अपनी शक्ति पता चली, और मैंने उसे अपने बाकी के शरीर को देखने के लिये कहा । उसने अपने माँस, त्वचा तथा टाँगों में शक्ति महसूस की ।
पहले जब वो अपने शरीर में होती थी तो स्वयँ को प्रताड़ित महसूस करती थी । लेकिन अब उसे अच्छा लगने लगा ।
हमने उसकी काम-वासना के बारे में बात की । बहुत वर्षों तक काम-वासना के लिये वह दब्बू, डरी हुई रही थी तथा वह अपने साथी के साथ ठंडी हो जाती थी । मैंने उसे कल्पना में अपने साथी के साथ यौन-संबंध के दौरान आक्रामक होने के लिये कहा । यह कल्पना उसे बहुत हद तक भा गई ।
हमने उसके जीवन के और क्षेत्रों के बारे में खोज की जिसमें वह आक्रामक हो सकती थी – अपने बेटे के साथ बेसबाल फेंकने में ।
यह उसे बहुत अच्छा लगा ।
इस सत्र को हमने उसकी असुरक्षा और अपने शरीर से बाहर होने के डर के साथ शुरू किया । वह अपनी इस शक्तिहीन स्थिति के बारे में जानती थी जो उसके युवा जीवन के अनुभव की विशेषता रही थी । वो अपनी इस शक्तिहीन स्थिति से परिचित थी जो उसके युवा जीवन के अनुभव की एक विशेषता रही थी । यह उसकी अपने पति के साथ अंतरंगता और एक स्वस्थ संपर्क की क्षमता में बाधा पहुँचाती थी ।
बड़ी मुश्किल से करने की स्थिति उसके विरुद्ध जाती थी जो दूसरों पर भी असर करती थी । यद्यपि वह मौन थी, फिर भी, उसके दूर भगाने वाले अनुभव को पहचान कर, हम उसके क्रोध पर काबू कर सकते
थे ।
उसके शरीर की यह पहचान – उसकी आँखें – ही उसके गुस्से के अनुभव को बढ़ाने के लिये मुख्य उपाय थीं । उसकी आक्रामकता को देख पाने से यह हो सका ।
यह किसी भी तरीके से दूसरों के प्रति आक्रामक होने को प्रोत्साहन देना है । बल्कि यह एक विपरीत दिशा में कदम रखने जैसा है जिसे किसी के व्यक्तित्व में समाहित किया जा सके ।
यह बदलाव नाटकीय था । अब वो स्वयँ को संवेदनशील, शक्तिहीन, डरी हुई या अलग-थलग महसूस नहीं कर रही थी । उसने न केवल अपने पर आक्रमण करने वालों पर काबू किया बल्कि उसने स्वयँ को अपने साथी के साथ यौन-क्रिया के लिये सक्रिय पाया, जो उसके साथ लम्बे समय तक नहीं हुआ था ।
इस बात की खोज कि आक्रमण यौन-क्रिया में या अपने बेटे के साथ आनन्दमय भी हो सकता है उसके लिये नई थी और इसने उसे एक अलग ही दृष्टिकोण दिया ।
उसने बताया कि अगर कोई उस पर गुस्सा करता था तो उसके लिये झेलना कितना मुश्किल था । जब भी अपने साथी से उसकी कोई असहमति होती थी तो वह अपने-आप को बहुत कमजोर महसूस करती थी ।
उसने कहा कि 'मेरा शरीर मेरा नहीं है, मैं सुन्न हूँ, मुझे सीमा का कोई ज्ञान नहीं है' ।
इसलिये, उसे अपने शरीर में रहना मुश्किल था और विशेषतया तब जब उसके आसपास कोई अप्रसन्न
हो ।
मैंने उससे उसकी कमियों के बारे में पूछा । उसने बताया कि किस-किस समय वह जिद्दी और दूसरों के प्रति असंवेदनशील हो जाती है ।
मैंने उसे अपनी जिद और असंवेदनशीलता के बारे में बताया ।
उसने बताया कि वह अपनी आँखें इतनी तीखी कर सकती है जिससे कोई चुपचाप दूर हो जाये ।
मैंने उसे अपनी आँखों के बारे में कल्पना करने के लिये कहा, उसी तरह कि जिनसे लोग दूर हो जायें । उसने बताया कि उसकी आँखें गर्मा-गर्म हैं जिससे वह किसी को भी मार सकती है । मैंने उसे उन्ही गर्मा-गर्म आँखों से लोगों को जलाने के लिये कहा । उसने एक छवि के बारे में बताया जिसमें उसने किसी के चेहरे पर जोर से तमाचा मारा ।
जब वह एक जवान औरत थी तो उसका यौन-शोषण किया गया था जिससे उसको पुरूषों के प्रति बहुत गुस्सा था ।
इसलिये मैंने उसे उसी व्यक्ति को कल्पना में तमाचा मारने के लिये कहा जिसने उसके साथ ऐसा किया था ।
उसे अपनी शक्ति पता चली, और मैंने उसे अपने बाकी के शरीर को देखने के लिये कहा । उसने अपने माँस, त्वचा तथा टाँगों में शक्ति महसूस की ।
पहले जब वो अपने शरीर में होती थी तो स्वयँ को प्रताड़ित महसूस करती थी । लेकिन अब उसे अच्छा लगने लगा ।
हमने उसकी काम-वासना के बारे में बात की । बहुत वर्षों तक काम-वासना के लिये वह दब्बू, डरी हुई रही थी तथा वह अपने साथी के साथ ठंडी हो जाती थी । मैंने उसे कल्पना में अपने साथी के साथ यौन-संबंध के दौरान आक्रामक होने के लिये कहा । यह कल्पना उसे बहुत हद तक भा गई ।
हमने उसके जीवन के और क्षेत्रों के बारे में खोज की जिसमें वह आक्रामक हो सकती थी – अपने बेटे के साथ बेसबाल फेंकने में ।
यह उसे बहुत अच्छा लगा ।
इस सत्र को हमने उसकी असुरक्षा और अपने शरीर से बाहर होने के डर के साथ शुरू किया । वह अपनी इस शक्तिहीन स्थिति के बारे में जानती थी जो उसके युवा जीवन के अनुभव की विशेषता रही थी । वो अपनी इस शक्तिहीन स्थिति से परिचित थी जो उसके युवा जीवन के अनुभव की एक विशेषता रही थी । यह उसकी अपने पति के साथ अंतरंगता और एक स्वस्थ संपर्क की क्षमता में बाधा पहुँचाती थी ।
बड़ी मुश्किल से करने की स्थिति उसके विरुद्ध जाती थी जो दूसरों पर भी असर करती थी । यद्यपि वह मौन थी, फिर भी, उसके दूर भगाने वाले अनुभव को पहचान कर, हम उसके क्रोध पर काबू कर सकते
थे ।
उसके शरीर की यह पहचान – उसकी आँखें – ही उसके गुस्से के अनुभव को बढ़ाने के लिये मुख्य उपाय थीं । उसकी आक्रामकता को देख पाने से यह हो सका ।
यह किसी भी तरीके से दूसरों के प्रति आक्रामक होने को प्रोत्साहन देना है । बल्कि यह एक विपरीत दिशा में कदम रखने जैसा है जिसे किसी के व्यक्तित्व में समाहित किया जा सके ।
यह बदलाव नाटकीय था । अब वो स्वयँ को संवेदनशील, शक्तिहीन, डरी हुई या अलग-थलग महसूस नहीं कर रही थी । उसने न केवल अपने पर आक्रमण करने वालों पर काबू किया बल्कि उसने स्वयँ को अपने साथी के साथ यौन-क्रिया के लिये सक्रिय पाया, जो उसके साथ लम्बे समय तक नहीं हुआ था ।
इस बात की खोज कि आक्रमण यौन-क्रिया में या अपने बेटे के साथ आनन्दमय भी हो सकता है उसके लिये नई थी और इसने उसे एक अलग ही दृष्टिकोण दिया ।
शुक्रवार, 23 मई 2014
Case #9 - 9. उपाय बताा उपाय नहीं है
जेन का एक किशोर बेटा है । उसे उसको किसी कार्य को करने के लिये प्रोत्साहित करने में दिक्कत होती है और वह इस दुविधा में रहती है कि कैसे उस पर स्कूल में अच्छा करने के लिये जोर डाले या उसे छूट दे कि वह स्वयँ ही अपने स्तर को पा ले । वह इंटरनेट पर बहुत समय गुजारता है ।
उसने मुझसे इसको सुलझाने के लिये सलाह तथा दिशानिर्देश माँगे ।
निस्संदेह, मुझमें कुछ ऐसा है कि मैं उसे बच्चों की परवरिश के लिये सलाह दे कर प्रसन्न होऊँगा – मैंने भी पाँच बच्चे पाले हैं । मेरे दिमाग में ऐसे बहुत से विचार हैं जो बच्चों की परवरिश के लिये सहायक हो सकते हैं ।
परन्तु मैंने उसके आमंत्रण को ठुकरा दिया और जैसे-जैसे वो मुझे वस्तुस्थिति के बारे में बताती गई, मैं उसकी भावनाओं पर ध्यान देता गया । वह बच्चों की परवरिश वाली कक्षा के अनुभव को याद करके और यह सोच कर कि उसके बेटे के लिये कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है, इधर-उधर चक्कर काटती है । उसको अपनी भावनाओं के साथ वर्तमान में रखना बहुत मुशिकल है ।
मैं अपनी कुछ उन भावनाओं के बारे में बात करता हूँ जो मैंने अपने किशोर बच्चों की परवरिश करते समय महसूस की थी । चूँकि वह बैचेन और तनावग्रस्त रहती है, यह बात उसको बात करने के लिये खुलने देती है । लेकिन, ऐसा करते हुए वह मुस्करा रही है । मैं जो कुछ देखता हूँ और सुनता हूँ, अपनी टिप्पणी दे कर उससे पूछता हूँ कि वह अंतर उसको कैसा लगता है ।
वह अपने चेहरे पर खुशी लाने की कोशिश करती है, जबकि वह हमेशा ही चिंतित और उदास रहती है । कुछ हद तक यह उसके लिये काम करता है ।
इसलिये, मैं अपना ध्यान वर्तमान पर, उसके अनुभव पर लाता हूँ और अपनी उन मुश्किलों के बारे में बात करता हूँ जब मेरे बच्चे उसके बच्चे की उम्र के थे ।
धीरे-धीरे, उसने महसूस करना शुरू कर दिया । मैं उसे और गहरी साँस लेने के लिये कहता हूँ । वह बताती है कि वह खुद को हारा हुआ महसूस कर रही है । मैं उसे यह प्रस्ताव देता हूँ कि हारी हुई स्थिति से बाहर निकलने के लिये कोई उपाय बताने की बजाय मैं कुछ देर तक उसके साथ रहूँ । मैं उसे कहता हूँ कि हम दोनों एक मिनट के लिये उस स्थान पर इकट्ठे रहें ।
वह सहज हो जाती है और एक अंदरूनी गर्मजोशी महसूस करना शुरू करती है । मैं उसका हाथ उसके पेट की तरफ पसलियों के चारों और देखता हूँ । मैं उसे इस बात से अवगत कराता हूँ । सामान्यतया, वह अपने पेट में बैचेनी तथा तनाव महसूस करती है । अब उसमें गर्मजोशी आ जाती है ।
अब यह जोड़ने का समय है ।
अंत में मैंने उसे बच्चों की परवरिश के लिये ऐसा नियम बताया जो मैंने सीखा था और जो मेरे लिये बहुत सहायक रहा । अब वह इसे खुले दिल से स्वीकार कर सकती थी, न कि एक बौद्धिक उपाय की तरह ।
यहाँ महत्वपूर्ण यह है कि जो उपाय वह चाहती थी(और कहती रही कि दूसरों ने उसे उपाय बताये थे) उसे बताने के बजाय मैंने उसका विरोध खत्म करके उसको यह कहा कि वह वर्तमान में रहे, अपनी हार में रहे, जो उसे वही रहने देगा जो वह है । इसका केन्द्रबिन्दु संबंधपरक है, न कि व्यवहारवादी ।
उसने मुझसे इसको सुलझाने के लिये सलाह तथा दिशानिर्देश माँगे ।
निस्संदेह, मुझमें कुछ ऐसा है कि मैं उसे बच्चों की परवरिश के लिये सलाह दे कर प्रसन्न होऊँगा – मैंने भी पाँच बच्चे पाले हैं । मेरे दिमाग में ऐसे बहुत से विचार हैं जो बच्चों की परवरिश के लिये सहायक हो सकते हैं ।
परन्तु मैंने उसके आमंत्रण को ठुकरा दिया और जैसे-जैसे वो मुझे वस्तुस्थिति के बारे में बताती गई, मैं उसकी भावनाओं पर ध्यान देता गया । वह बच्चों की परवरिश वाली कक्षा के अनुभव को याद करके और यह सोच कर कि उसके बेटे के लिये कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है, इधर-उधर चक्कर काटती है । उसको अपनी भावनाओं के साथ वर्तमान में रखना बहुत मुशिकल है ।
मैं अपनी कुछ उन भावनाओं के बारे में बात करता हूँ जो मैंने अपने किशोर बच्चों की परवरिश करते समय महसूस की थी । चूँकि वह बैचेन और तनावग्रस्त रहती है, यह बात उसको बात करने के लिये खुलने देती है । लेकिन, ऐसा करते हुए वह मुस्करा रही है । मैं जो कुछ देखता हूँ और सुनता हूँ, अपनी टिप्पणी दे कर उससे पूछता हूँ कि वह अंतर उसको कैसा लगता है ।
वह अपने चेहरे पर खुशी लाने की कोशिश करती है, जबकि वह हमेशा ही चिंतित और उदास रहती है । कुछ हद तक यह उसके लिये काम करता है ।
इसलिये, मैं अपना ध्यान वर्तमान पर, उसके अनुभव पर लाता हूँ और अपनी उन मुश्किलों के बारे में बात करता हूँ जब मेरे बच्चे उसके बच्चे की उम्र के थे ।
धीरे-धीरे, उसने महसूस करना शुरू कर दिया । मैं उसे और गहरी साँस लेने के लिये कहता हूँ । वह बताती है कि वह खुद को हारा हुआ महसूस कर रही है । मैं उसे यह प्रस्ताव देता हूँ कि हारी हुई स्थिति से बाहर निकलने के लिये कोई उपाय बताने की बजाय मैं कुछ देर तक उसके साथ रहूँ । मैं उसे कहता हूँ कि हम दोनों एक मिनट के लिये उस स्थान पर इकट्ठे रहें ।
वह सहज हो जाती है और एक अंदरूनी गर्मजोशी महसूस करना शुरू करती है । मैं उसका हाथ उसके पेट की तरफ पसलियों के चारों और देखता हूँ । मैं उसे इस बात से अवगत कराता हूँ । सामान्यतया, वह अपने पेट में बैचेनी तथा तनाव महसूस करती है । अब उसमें गर्मजोशी आ जाती है ।
अब यह जोड़ने का समय है ।
अंत में मैंने उसे बच्चों की परवरिश के लिये ऐसा नियम बताया जो मैंने सीखा था और जो मेरे लिये बहुत सहायक रहा । अब वह इसे खुले दिल से स्वीकार कर सकती थी, न कि एक बौद्धिक उपाय की तरह ।
यहाँ महत्वपूर्ण यह है कि जो उपाय वह चाहती थी(और कहती रही कि दूसरों ने उसे उपाय बताये थे) उसे बताने के बजाय मैंने उसका विरोध खत्म करके उसको यह कहा कि वह वर्तमान में रहे, अपनी हार में रहे, जो उसे वही रहने देगा जो वह है । इसका केन्द्रबिन्दु संबंधपरक है, न कि व्यवहारवादी ।
मंगलवार, 20 मई 2014
Case #8 - 8. पुरुषों े प्रति अविास
गेबरियला का एक 4 साल का बेटा था और उसे उसके एक और साथी, जोस जो अपने आपको उसका दोस्त कहलाना पसन्द करता था, से 5 महीने का गर्भ था । वो 2 सालों से एक साथ थे । उसे पुरुषों के साथ अपने संबंध से दुविधा महसूस होती थी । जोस सहयोग देने वाला था और बच्चा चाहता था । उसका एक दूसरी औरत से, जो उसके साथ नहीं रहती थी, भी बच्चा था जो 9 साल का था ।
गेबरियला को आदमियों पर बहुत गुस्सा आता था । उसके पिता अलग-थलग और उसकी पहुँच के बाहर रहते थे और कभी-कभार ही उसकी तारीफ किया करते थे । इसलिये, उसके मन में आदमियों से अच्छे व्यवहार की बहुत ललक थी, लेकिन वह दूरी के किसी लक्षण को अस्वीकार भी करती थी ।
जोस उसके साथ था लेकिन उसके साथ वचबद्धता तथा शादी के लिये तैयार नहीं था । इस कारण से उसको उस पर बहुत गुस्सा आता था और वो एक-दूसरे से दूर हो जाते थे । लेकिन फिर उसे यह भी डर लगता था कि वह उसे छोड़ कर चला जायेगा । किसी भी रूप में उसने अपने-आप को पक्का किया और वही किया जो वह जानती थी – सोचा उसे मजबूत होना है और खुद पर निर्भर रहना है ।
लेकिन मुश्किल यह थी कि जब उसने यह किया उसने सहारे और प्यार से दूरी बना ली ।
इसलिये, मैंने उससे कहा कि वो मेरे साथ वर्तमान में वही करे – मैं भी तो एक पुरुष हूँ । मैंने कहा कि वो मुझे बताये कि उसे पुरूषों पर किस बात से अविश्वास है । और, मुझे सीधे-सीधे यह कहे – "मुझे यह विश्वास नहीं है कि तुम मेरे साथ अच्छे हो सकते हो, मुझे यह विश्वास नहीं है कि तुम अपने निहित स्वार्थ के लिये यहाँ नहीं हो", इत्यादि ।
वह यह बातें मुझसे सीधे कहने के लिये तैयार नहीं थी । परन्तु मैंने उसे यह कहा कि मैं इस बारे में गंभीर हूँ और मुझे पूरा भरोसा है कि मैं इसे संभाल सकता हूँ ।
इसलिये, उसने वह किया । मैंने उससे पूछा कि वह क्या महसूस कर रही थी – थोड़ा सुन्न । मैंने उसे साँस लेने के लिये और अपनी भावनाएँ व्यक्त करने के लिये कहा । उसे गुस्सा महसूस हुआ । मैंने उससे कहा कि वह गुस्से में मुझे दोबारा कहे ।
उसने वैसा ही किया और फिर उसके आँसू बह पड़े । इस बात ने, कि मैं उसको सुन रहा था और पीछे नहीं हटा, न ही कोई प्रतिक्रिया व्यक्त की और स्थिर रहा, उसे अंदर तक झकझोर दिया । मैंने उसे बताया कि मुझे उसके लिये चिंता महसूस हो रही थी । उसने सुबकियाँ लेनी शुरू कर दी । उसको अपने गुस्से से आदमियों को पीछे धकेलने की इतनी आदत थी कि किसी को अभी भी वहीं पाना उसके लिये एक नया अनुभव था ।
जैसे ही वह संभली, उसने कहा कि यह एक बहुत ही असरदार अनुभव था, जो उसके साथ रहेगा । यह जान कर कि एक समय पर उसके गुस्से और उसकी जरूरत को सुना जा सकता है, उसके बचपन से अब तक की उसकी अधूरी चाह पूरी हो गई ।
यह जरूरी नहीं कि ऐसा अनुभव हमेशा ही ठीक कर दे । लेकिन यह एक बहुत ही गहन अनुभव था और इसलिये उसने अपने अंदर थोड़ा-बहुत जज्ब किया तथा यह उसका एक नया हिस्सा बन गया, एक जानकारी तथा मजबूती और एक आत्मविश्वास जिससे उसको यह न लगे कि उसे दुनिया को अपने से दूर रखना है ।
निसंदेह, इससे उसे अपनी कमजोरी पर काबू पाने की साम्थर्य बढ़ गई जो संबंधों में सकारात्मक घटनाचक्र बना सकती है, जिससे कि वह जो कुछ जानती थी उससे किसी अलग ही नतीजे पर पहुँचे ।
गेस्टाल्ट के तरीके में उसके अनुभव के संदर्भ में उस पर धयान देना शामिल है, फिर एक प्रयोग करना जिससे उसको संबंधों के प्रति एक नया ही अनुभव मिले । इसमें मैंने खुद को इस्तेमाल किया, इसलिये मैं सीधे-सीधे उसे जवाब दे सका, और इसलिये एक 'मेरा-तुम्हारा' संबंध स्थापित कर सका ।
इलाज के लिये संबंध पर धयान दे कर मैंने उसके बाकी के जीवन में संबंधों को बदलने के लिये एक आधार तैयार कर दिया ।
गेबरियला को आदमियों पर बहुत गुस्सा आता था । उसके पिता अलग-थलग और उसकी पहुँच के बाहर रहते थे और कभी-कभार ही उसकी तारीफ किया करते थे । इसलिये, उसके मन में आदमियों से अच्छे व्यवहार की बहुत ललक थी, लेकिन वह दूरी के किसी लक्षण को अस्वीकार भी करती थी ।
जोस उसके साथ था लेकिन उसके साथ वचबद्धता तथा शादी के लिये तैयार नहीं था । इस कारण से उसको उस पर बहुत गुस्सा आता था और वो एक-दूसरे से दूर हो जाते थे । लेकिन फिर उसे यह भी डर लगता था कि वह उसे छोड़ कर चला जायेगा । किसी भी रूप में उसने अपने-आप को पक्का किया और वही किया जो वह जानती थी – सोचा उसे मजबूत होना है और खुद पर निर्भर रहना है ।
लेकिन मुश्किल यह थी कि जब उसने यह किया उसने सहारे और प्यार से दूरी बना ली ।
इसलिये, मैंने उससे कहा कि वो मेरे साथ वर्तमान में वही करे – मैं भी तो एक पुरुष हूँ । मैंने कहा कि वो मुझे बताये कि उसे पुरूषों पर किस बात से अविश्वास है । और, मुझे सीधे-सीधे यह कहे – "मुझे यह विश्वास नहीं है कि तुम मेरे साथ अच्छे हो सकते हो, मुझे यह विश्वास नहीं है कि तुम अपने निहित स्वार्थ के लिये यहाँ नहीं हो", इत्यादि ।
वह यह बातें मुझसे सीधे कहने के लिये तैयार नहीं थी । परन्तु मैंने उसे यह कहा कि मैं इस बारे में गंभीर हूँ और मुझे पूरा भरोसा है कि मैं इसे संभाल सकता हूँ ।
इसलिये, उसने वह किया । मैंने उससे पूछा कि वह क्या महसूस कर रही थी – थोड़ा सुन्न । मैंने उसे साँस लेने के लिये और अपनी भावनाएँ व्यक्त करने के लिये कहा । उसे गुस्सा महसूस हुआ । मैंने उससे कहा कि वह गुस्से में मुझे दोबारा कहे ।
उसने वैसा ही किया और फिर उसके आँसू बह पड़े । इस बात ने, कि मैं उसको सुन रहा था और पीछे नहीं हटा, न ही कोई प्रतिक्रिया व्यक्त की और स्थिर रहा, उसे अंदर तक झकझोर दिया । मैंने उसे बताया कि मुझे उसके लिये चिंता महसूस हो रही थी । उसने सुबकियाँ लेनी शुरू कर दी । उसको अपने गुस्से से आदमियों को पीछे धकेलने की इतनी आदत थी कि किसी को अभी भी वहीं पाना उसके लिये एक नया अनुभव था ।
जैसे ही वह संभली, उसने कहा कि यह एक बहुत ही असरदार अनुभव था, जो उसके साथ रहेगा । यह जान कर कि एक समय पर उसके गुस्से और उसकी जरूरत को सुना जा सकता है, उसके बचपन से अब तक की उसकी अधूरी चाह पूरी हो गई ।
यह जरूरी नहीं कि ऐसा अनुभव हमेशा ही ठीक कर दे । लेकिन यह एक बहुत ही गहन अनुभव था और इसलिये उसने अपने अंदर थोड़ा-बहुत जज्ब किया तथा यह उसका एक नया हिस्सा बन गया, एक जानकारी तथा मजबूती और एक आत्मविश्वास जिससे उसको यह न लगे कि उसे दुनिया को अपने से दूर रखना है ।
निसंदेह, इससे उसे अपनी कमजोरी पर काबू पाने की साम्थर्य बढ़ गई जो संबंधों में सकारात्मक घटनाचक्र बना सकती है, जिससे कि वह जो कुछ जानती थी उससे किसी अलग ही नतीजे पर पहुँचे ।
गेस्टाल्ट के तरीके में उसके अनुभव के संदर्भ में उस पर धयान देना शामिल है, फिर एक प्रयोग करना जिससे उसको संबंधों के प्रति एक नया ही अनुभव मिले । इसमें मैंने खुद को इस्तेमाल किया, इसलिये मैं सीधे-सीधे उसे जवाब दे सका, और इसलिये एक 'मेरा-तुम्हारा' संबंध स्थापित कर सका ।
इलाज के लिये संबंध पर धयान दे कर मैंने उसके बाकी के जीवन में संबंधों को बदलने के लिये एक आधार तैयार कर दिया ।
रविवार, 18 मई 2014
Case #7 - दाता और पत्थर
Changchang उसे 50 के दशक में था. वह एक बहुत दयालु व्यक्ति थे. वास्तव में, वह उसके आसपास हर किसी के बारे में बहुत देखभाल था. लेकिन उसने कहा कि वह उसकी शादी में दुखी था कि पता चला. उसने कहा कि वह अकेला महसूस किया, पूरा गिर नहीं था.
यह वह दोस्तों, सामाजिक संपर्क के बहुत सारे किया था और अच्छी तरह से माना जाता था, हालांकि वह अब भी दुखी और अकेला महसूस किया कि बाहर कर दिया.
मैं उसके साथ एक सीधे संवादात्मक मोड में चले गए. मैंने उससे कहा - मैं अपनी मौजूदगी में बहुत सहज महसूस करते हैं. मैं आपको बहुत क्षमा कर रहे हैं एक भावना है, और मुझे अपने आप होने के लिए अंतरिक्ष के बहुत सारे है, और तुम मुझे स्वीकार करेंगे. वह सहमत हो - कि वह लोगों के साथ कैसे था.
मुझे लगता है मैं इस भावना को कितना मज़ा आया उससे कहा - बहुत ही सुरक्षित होने की तरह. उसने सिर हिलाया और कहा कि उसे करने के लिए महत्वपूर्ण था. उसके बारे में बता, या उस पर झुकाव, या उसकी गर्मी को स्वीकार करने की - मैं मैं संभवतः इस भावना का लाभ उठा कल्पना कर सकता है कि कैसे उसे बताया. मैं उसकी उदारता के चेहरे में उत्पन्न होने वाली मेरी अपनी जरूरत को महसूस कर सकता था क्योंकि एक चिकित्सक के रूप में, यह एक छोटे से मेरे अधिकार की स्थिति में रहने के लिए मुश्किल है, या एक पेशेवर, या उसे करने के लिए दे रहा था.
उसने सिर हिलाया - यह शायद ही कभी इतने सीधे शब्दों में डाल दिया गया है, हालांकि वह यह सब पहचान सकता है.
मैं भी मैं परिभाषित करना कठिन था कि किसी तरह से थोड़ा असहज महसूस किया कि कैसे उल्लेख किया. वह केवल देना चाहता था, और वह देने के लिए बहुत कुछ था. लेकिन वह वास्तव में प्राप्त करने में सक्षम था. वह मुझसे कुछ प्राप्त कर सकता है?
आँसू उसकी आँखों के लिए आया था. वह मुश्किल था उस ने कहा.
मैं भी क्षण से छुआ लगा. हम थोड़ी देर के लिए मौन में, कि भावनात्मक संपर्क में रहे.
लेकिन वह मुझ से कुछ में नहीं ले सकता है. वह लगभग देने के लिए मजबूर किया गया था. यह संतुलित नहीं था
तो एक Gestalt प्रयोग के साथ आया था. मैं कमरे में कुछ सुंदर कांच के पत्थर पाया, और मेरे हाथ में डाल दिया. मुझे लगता है मैं तुम्हें एक संगमरमर, एक समय में एक देने के लिए जा रहा हूँ, ने कहा. मैं तुम्हें एक उपहार प्राप्त कर रहे थे के रूप में यदि आप वास्तव में, उन्हें मुझ से लेना चाहते हैं.
वह सहमत हो गए हैं, और हम इस किया था. मुझे लगता है वह वास्तव में मेरे से प्राप्त किया गया था सुनिश्चित कर रही है, उसे देख, बहुत धीरे धीरे यह किया है. वह अपने भेद्यता वह प्रत्येक संगमरमर लिया वह रो रही थी, उभरा, अस्थिर था.
वह यह है कि वह एक लंबे समय वास्तव में किसी अन्य व्यक्ति से कुछ में लेने के लिए याद सकता है पहली बार था. वह हमेशा दाता था, और कहा कि वह उसे मान्यता कैसे मिल गया है. प्रवाह दो रास्ता नहीं था, और रिश्तों को एक परिणाम के रूप में बहना हो जाती थी लेकिन क्योंकि यह अंततः खाली था. इसलिए उसे अकेलापन, अच्छी तरह से माना जा रहा है और कई दोस्त होने के बावजूद.
यहाँ मैं बातचीत में अपने अनुभव का इस्तेमाल किया. बल्कि उसके जीवन के बाकी के बारे में बात की तुलना में, हम वर्तमान में लाया, और प्रयोग हमारे बीच था. मैं सिर्फ उतना ही उसे खुद के रूप में निवेश किया गया था, क्योंकि उसे नए अनुभव, संभव हो गया था. मैं सामान्य रूप से स्वचालित और जागरूकता से बाहर था कि एक संबंधपरक लेन - देन में जागरूकता लाया. (बल्कि एक फैसले से) में अपने अनुभव लाकर, वह यह स्वीकार करते हैं, और कुछ अलग करने के लिए खुला हो सकता है.

Workshops | Training | Gestalt Therapy

यह वह दोस्तों, सामाजिक संपर्क के बहुत सारे किया था और अच्छी तरह से माना जाता था, हालांकि वह अब भी दुखी और अकेला महसूस किया कि बाहर कर दिया.
मैं उसके साथ एक सीधे संवादात्मक मोड में चले गए. मैंने उससे कहा - मैं अपनी मौजूदगी में बहुत सहज महसूस करते हैं. मैं आपको बहुत क्षमा कर रहे हैं एक भावना है, और मुझे अपने आप होने के लिए अंतरिक्ष के बहुत सारे है, और तुम मुझे स्वीकार करेंगे. वह सहमत हो - कि वह लोगों के साथ कैसे था.
मुझे लगता है मैं इस भावना को कितना मज़ा आया उससे कहा - बहुत ही सुरक्षित होने की तरह. उसने सिर हिलाया और कहा कि उसे करने के लिए महत्वपूर्ण था. उसके बारे में बता, या उस पर झुकाव, या उसकी गर्मी को स्वीकार करने की - मैं मैं संभवतः इस भावना का लाभ उठा कल्पना कर सकता है कि कैसे उसे बताया. मैं उसकी उदारता के चेहरे में उत्पन्न होने वाली मेरी अपनी जरूरत को महसूस कर सकता था क्योंकि एक चिकित्सक के रूप में, यह एक छोटे से मेरे अधिकार की स्थिति में रहने के लिए मुश्किल है, या एक पेशेवर, या उसे करने के लिए दे रहा था.
उसने सिर हिलाया - यह शायद ही कभी इतने सीधे शब्दों में डाल दिया गया है, हालांकि वह यह सब पहचान सकता है.
मैं भी मैं परिभाषित करना कठिन था कि किसी तरह से थोड़ा असहज महसूस किया कि कैसे उल्लेख किया. वह केवल देना चाहता था, और वह देने के लिए बहुत कुछ था. लेकिन वह वास्तव में प्राप्त करने में सक्षम था. वह मुझसे कुछ प्राप्त कर सकता है?
आँसू उसकी आँखों के लिए आया था. वह मुश्किल था उस ने कहा.
मैं भी क्षण से छुआ लगा. हम थोड़ी देर के लिए मौन में, कि भावनात्मक संपर्क में रहे.
लेकिन वह मुझ से कुछ में नहीं ले सकता है. वह लगभग देने के लिए मजबूर किया गया था. यह संतुलित नहीं था
तो एक Gestalt प्रयोग के साथ आया था. मैं कमरे में कुछ सुंदर कांच के पत्थर पाया, और मेरे हाथ में डाल दिया. मुझे लगता है मैं तुम्हें एक संगमरमर, एक समय में एक देने के लिए जा रहा हूँ, ने कहा. मैं तुम्हें एक उपहार प्राप्त कर रहे थे के रूप में यदि आप वास्तव में, उन्हें मुझ से लेना चाहते हैं.
वह सहमत हो गए हैं, और हम इस किया था. मुझे लगता है वह वास्तव में मेरे से प्राप्त किया गया था सुनिश्चित कर रही है, उसे देख, बहुत धीरे धीरे यह किया है. वह अपने भेद्यता वह प्रत्येक संगमरमर लिया वह रो रही थी, उभरा, अस्थिर था.
वह यह है कि वह एक लंबे समय वास्तव में किसी अन्य व्यक्ति से कुछ में लेने के लिए याद सकता है पहली बार था. वह हमेशा दाता था, और कहा कि वह उसे मान्यता कैसे मिल गया है. प्रवाह दो रास्ता नहीं था, और रिश्तों को एक परिणाम के रूप में बहना हो जाती थी लेकिन क्योंकि यह अंततः खाली था. इसलिए उसे अकेलापन, अच्छी तरह से माना जा रहा है और कई दोस्त होने के बावजूद.
यहाँ मैं बातचीत में अपने अनुभव का इस्तेमाल किया. बल्कि उसके जीवन के बाकी के बारे में बात की तुलना में, हम वर्तमान में लाया, और प्रयोग हमारे बीच था. मैं सिर्फ उतना ही उसे खुद के रूप में निवेश किया गया था, क्योंकि उसे नए अनुभव, संभव हो गया था. मैं सामान्य रूप से स्वचालित और जागरूकता से बाहर था कि एक संबंधपरक लेन - देन में जागरूकता लाया. (बल्कि एक फैसले से) में अपने अनुभव लाकर, वह यह स्वीकार करते हैं, और कुछ अलग करने के लिए खुला हो सकता है.
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
Even after all these years,
the Sun never says
to the Earth
'You owe Me.'
Look what happens –
with a Love like that,
it lights
the whole
sky.
- Hafiz
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Workshops | Training | Gestalt Therapy
Career Coaching | Relationship Help
Steve Vinay Gunther | Director

शनिवार, 10 मई 2014
Case #6 - अनुशासन और स्वतंत्रता
ट्रेवर 33 था वह अपनी मां के साथ भारत में पला बढ़ा.; अपने पिता पर सभी तस्वीर में नहीं था. मार्गदर्शन का एक बहुत कुछ नहीं स्वतंत्रता के बहुत सारे छात्रों के लिए था, लेकिन जहां वह एक विकल्प के स्कूल के लिए भेजा गया था.
उन्होंने कहा कि 20 के अपने शुरुआती में ऑस्ट्रेलिया के लिए आया था, और कठिन partied, और भी कठिन काम किया.
ऊपर बढ़ रहा है, उसकी माँ हमेशा काम कर रहा था; वे एक ही घर में रहते थे, भले ही वह शायद ही उसे देखा था.
वह 5 साल पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए आया था, और वह अब वह खो समय के लिए बना रही है अंदर रहता है जो एक घर खरीदा - वे उसके आगे बढ़ रही है में किसी भी बिंदु पर से अब एक साथ अधिक समय खर्च करते हैं.
ट्रेवर, स्मार्ट, सुंदर विश्वासपात्र था, लेकिन सिर्फ एक लड़की हो, या कम से कम एक दीर्घकालिक संबंध पकड़ नहीं सकते थे.
घेरने की कोशिश की जा करने के लिए कई मुद्दों थे. एक केंद्रीय एक स्वतंत्रता बनाम समर्थन था.
ट्रेवर स्कूल में और घर पर दोनों, स्वतंत्रता के बहुत से बड़े हो गए, लेकिन नहीं था एक संरचना का बहुत कुछ है, या समर्थन.
तो मैं सत्र में ही लाया. मैं मैं स्कूल में अपने शिक्षकों के खेलने का सुझाव दिया. सबसे पहले मैं स्वतंत्रता के बहुत सारे दे दी है, जो एक शिक्षक की भूमिका निभाई है, और उन्होंने महसूस किया कि कैसे साथ में जाँच की. यह उसके लिए एक परिचित अनुभव था - अपनी स्वतंत्रता की खुशी, लेकिन lostness के एक ही समय में, एक भावना.
तो मैं वह नहीं था शिक्षक खेला: उसे स्पष्ट संरचनाओं दे रही है, लेकिन यह भी उसे प्रोत्साहन दे रही है.
यह उसकी आँखों में आँसू ले, और उसके अंतर्निहित चिंता की कमी हुई. उसी समय, यह अपरिचित था, और वह एक निश्चित निरंकुशता लगा.
अगला हम बदली. मैं उसे निभाई है, और वह संरचना स्थापित करने और समर्थन देने के शिक्षक की भूमिका निभाई. यह उसके लिए बहुत सुखद था. वह और अधिक ठोस महसूस किया.
संरचना, समर्थन, प्रोत्साहन, चिंता और विद्रोह: यह हम में और अधिक गहरा चाहते हैं जो विषयों की एक संख्या निर्धारित किया है. मैं वह इन अनुभवों में से प्रत्येक लगा जहां उनके शरीर में स्थानों की पहचान करने को कहा. मैं फिर तत्वों में से प्रत्येक से युक्त एक तस्वीर खींचने के लिए कहा.
मैं उसे इन चित्रों की एक श्रृंखला आकर्षित करने के लिए होमवर्क दे दी है.
उन्होंने कहा कि एक प्रमुख अहसास के साथ अगले हफ्ते वापस आ गया है - वह एक साथ इन अलग क्षेत्रों लाने में सक्षम कभी नहीं गया था - संरचना स्वतंत्रता उसकी पार्टीबाजी करने, काम करने के लिए प्रतिबंधित है, और प्रशंसा के लिए अपनी इच्छा के संबंध में जोड़ तोड़ व्यवहार का एक प्रकार का नेतृत्व किया था.
उसकी जागरूकता प्रत्येक क्षेत्र की वृद्धि हुई है, वह स्वयं के इन अलग पहलुओं को एकीकृत शुरू कर रहा था.
हम अवतार लेना और स्वयं के विभिन्न पहलुओं के साथ खेलने के लिए Gestalt प्रयोग प्रयोग किया जाता है इस प्रक्रिया के माध्यम से, हम हम जागरूकता बढ़ाने के लिए नए अनुभवों बनाया, और हम शरीर सनसनी के मामले में इन अनुभवों का पता लगाया है, वर्तमान में पिछले अनुभव लाया. हम आगे जागरूकता गहरा करने के लिए कला का रचनात्मक प्रक्रिया का इस्तेमाल किया, और चिकित्सीय संबंध बातचीत में यह सब लाने के लिए एक सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराने के लिए.
उन्होंने कहा कि 20 के अपने शुरुआती में ऑस्ट्रेलिया के लिए आया था, और कठिन partied, और भी कठिन काम किया.
ऊपर बढ़ रहा है, उसकी माँ हमेशा काम कर रहा था; वे एक ही घर में रहते थे, भले ही वह शायद ही उसे देखा था.
वह 5 साल पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए आया था, और वह अब वह खो समय के लिए बना रही है अंदर रहता है जो एक घर खरीदा - वे उसके आगे बढ़ रही है में किसी भी बिंदु पर से अब एक साथ अधिक समय खर्च करते हैं.
ट्रेवर, स्मार्ट, सुंदर विश्वासपात्र था, लेकिन सिर्फ एक लड़की हो, या कम से कम एक दीर्घकालिक संबंध पकड़ नहीं सकते थे.
घेरने की कोशिश की जा करने के लिए कई मुद्दों थे. एक केंद्रीय एक स्वतंत्रता बनाम समर्थन था.
ट्रेवर स्कूल में और घर पर दोनों, स्वतंत्रता के बहुत से बड़े हो गए, लेकिन नहीं था एक संरचना का बहुत कुछ है, या समर्थन.
तो मैं सत्र में ही लाया. मैं मैं स्कूल में अपने शिक्षकों के खेलने का सुझाव दिया. सबसे पहले मैं स्वतंत्रता के बहुत सारे दे दी है, जो एक शिक्षक की भूमिका निभाई है, और उन्होंने महसूस किया कि कैसे साथ में जाँच की. यह उसके लिए एक परिचित अनुभव था - अपनी स्वतंत्रता की खुशी, लेकिन lostness के एक ही समय में, एक भावना.
तो मैं वह नहीं था शिक्षक खेला: उसे स्पष्ट संरचनाओं दे रही है, लेकिन यह भी उसे प्रोत्साहन दे रही है.
यह उसकी आँखों में आँसू ले, और उसके अंतर्निहित चिंता की कमी हुई. उसी समय, यह अपरिचित था, और वह एक निश्चित निरंकुशता लगा.
अगला हम बदली. मैं उसे निभाई है, और वह संरचना स्थापित करने और समर्थन देने के शिक्षक की भूमिका निभाई. यह उसके लिए बहुत सुखद था. वह और अधिक ठोस महसूस किया.
संरचना, समर्थन, प्रोत्साहन, चिंता और विद्रोह: यह हम में और अधिक गहरा चाहते हैं जो विषयों की एक संख्या निर्धारित किया है. मैं वह इन अनुभवों में से प्रत्येक लगा जहां उनके शरीर में स्थानों की पहचान करने को कहा. मैं फिर तत्वों में से प्रत्येक से युक्त एक तस्वीर खींचने के लिए कहा.
मैं उसे इन चित्रों की एक श्रृंखला आकर्षित करने के लिए होमवर्क दे दी है.
उन्होंने कहा कि एक प्रमुख अहसास के साथ अगले हफ्ते वापस आ गया है - वह एक साथ इन अलग क्षेत्रों लाने में सक्षम कभी नहीं गया था - संरचना स्वतंत्रता उसकी पार्टीबाजी करने, काम करने के लिए प्रतिबंधित है, और प्रशंसा के लिए अपनी इच्छा के संबंध में जोड़ तोड़ व्यवहार का एक प्रकार का नेतृत्व किया था.
उसकी जागरूकता प्रत्येक क्षेत्र की वृद्धि हुई है, वह स्वयं के इन अलग पहलुओं को एकीकृत शुरू कर रहा था.
हम अवतार लेना और स्वयं के विभिन्न पहलुओं के साथ खेलने के लिए Gestalt प्रयोग प्रयोग किया जाता है इस प्रक्रिया के माध्यम से, हम हम जागरूकता बढ़ाने के लिए नए अनुभवों बनाया, और हम शरीर सनसनी के मामले में इन अनुभवों का पता लगाया है, वर्तमान में पिछले अनुभव लाया. हम आगे जागरूकता गहरा करने के लिए कला का रचनात्मक प्रक्रिया का इस्तेमाल किया, और चिकित्सीय संबंध बातचीत में यह सब लाने के लिए एक सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराने के लिए.
बुधवार, 7 मई 2014
Hong Kong and China workshops coming up...
Workshops coming up:
Hong Kong 6-8 June,
Personal Growth/Spiritual Growth
- see below
Shanghai 10-15 June,
Gestalt intensive
下一个即将到来的工作坊在2014年6月10日-6月15日! 请传播。更多信息,请电133-1176-7286,电子邮件:huangjianhe@vip.163.com或访问www.zhxlw.net
-----------------------------------------------------
Steve Vinay Gunther : 澳大利亞利斯莫爾人,
一位在靈性路上走過了40個年頭的實修者;
一位手彈吉他情感真摯信仰『愛是一切』的吟唱者;
一位笑容可掬給人如沐浴春風般溫暖的『長輩』;
一位目光深邃眼睛裡流露著平靜與洞見的老師;
一位樸實無華卻可以將真理實相展示在你面前的完形大師。
何為靈性?如何去修行實踐? 它和心理治療的方法有何相似或不同之處?這些問題將透過審視所組成靈性和療愈的原則、實踐和體驗來進行探索和詮釋。
在工作坊中,老師將會把靈性修持的整個架構圖清晰地展示給大家,有了這張靈修地圖,我們在回歸靈性的路途上會很清楚自己在哪個階段,或哪個位置, 離目的地還有多遠。
這個工作坊是獨一無二的。它可以加深我們對自己靈性的了解,并指明怎樣去運用到與不同對象的關係中。此工作坊在過去的15年里曾在12個不同的國家開班;這是首次引入香港。
課程時間: 6月6 – 8日(10:00am – 6:00pm)
課程費用: HK$4800
上課地點: 本中心
入款帳號: 中國銀行(香港)分行: 012-5511-00-9663-6
帳戶名稱: WE CENTER (恒●慧)
注: 凡在5月15日前報名者優惠價HK$4300
本中心傾心提示: Steve Vinay Gunther 是值得推荐給朋友們的一位老師, 課程詳情請參閱附件。
Hong Kong 6-8 June,
Personal Growth/Spiritual Growth
- see below
Shanghai 10-15 June,
Gestalt intensive
下一个即将到来的工作坊在2014年6月10日-6月15日! 请传播。更多信息,请电133-1176-7286,电子邮件:huangjianhe@vip.163.com或访问www.zhxlw.net
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Steve Vinay Gunther : 澳大利亞利斯莫爾人,
一位在靈性路上走過了40個年頭的實修者;
一位手彈吉他情感真摯信仰『愛是一切』的吟唱者;
一位笑容可掬給人如沐浴春風般溫暖的『長輩』;
一位目光深邃眼睛裡流露著平靜與洞見的老師;
一位樸實無華卻可以將真理實相展示在你面前的完形大師。
何為靈性?如何去修行實踐? 它和心理治療的方法有何相似或不同之處?這些問題將透過審視所組成靈性和療愈的原則、實踐和體驗來進行探索和詮釋。
在工作坊中,老師將會把靈性修持的整個架構圖清晰地展示給大家,有了這張靈修地圖,我們在回歸靈性的路途上會很清楚自己在哪個階段,或哪個位置, 離目的地還有多遠。
這個工作坊是獨一無二的。它可以加深我們對自己靈性的了解,并指明怎樣去運用到與不同對象的關係中。此工作坊在過去的15年里曾在12個不同的國家開班;這是首次引入香港。
課程時間: 6月6 – 8日(10:00am – 6:00pm)
課程費用: HK$4800
上課地點: 本中心
入款帳號: 中國銀行(香港)分行: 012-5511-00-9663-6
帳戶名稱: WE CENTER (恒●慧)
注: 凡在5月15日前報名者優惠價HK$4300
本中心傾心提示: Steve Vinay Gunther 是值得推荐給朋友們的一位老師, 課程詳情請參閱附件。
शनिवार, 3 मई 2014
Case #5 - नाराज दाने
वह से छुटकारा नहीं मिल सकता है, जो उसके चेहरे पर एक त्वचा लाल चकत्ते था क्योंकि लियान मेरे पास आया.
उसके जीवन, उसके तनाव का स्तर, उसे स्वस्थ, आहार, व्यायाम, और परिवार - मैं कुछ प्रासंगिक जानकारी के बारे में पूछा.
वह छोटा था - 20 के दशक की शुरुआत है, और पहले से ही तप. वह कई स्वास्थ्य उपचार की कोशिश की थी, लेकिन कुछ भी नहीं है इसे से छुटकारा मिल गया था.
वह एक शांत व्यक्ति था, और लोग अक्सर उसे दाने के लिए छोड़कर, उसे नोटिस नहीं किया था.
इसलिए मुझे लगता है कि वह खुद को वर्णन करने के लिए, व्यग्रता था कि कल्पना करने को कहा. वह चीजों की तरह ने कहा:
• मैं लाल हूँ
• मैं नहीं छुपा सकते हैं
• मैं संवेदनशील हूं
• मैं दूर नहीं जाना होगा
• मैं दूर से लोग प्रेरित कर रहा हूँ
• मैं बदसूरत हूँ
• मैं सूजन हूँ
मुझे लगता है वह इन बयानों बनाया जब वह अपने शरीर में क्या महसूस किया उसके साथ की जाँच की. वह संवेदनशील हॉट, और असुविधाजनक भावनाओं को सूचना दी.
मैं तो बयान से प्रत्येक उसके साथ का पता लगाया. मैं 'लाल बारे में बताओ' ने कहा, और उसके जीवन में मतलब लाल क्या पता लगाने के लिए उसकी मदद की. वह चारों ओर लाल रंग के बहुत से चीनी नव वर्ष का एक दुखद स्मृति, के बारे में मुझे बताया था, लेकिन उसके पिता घर वापस नहीं किया.
अन्य बयान भी कहानियां सामने आए. वह छिपने के बारे में बात करते हैं, तो वह उसे हराया जो उसकी माँ, से छिपाना चाहता था कि कैसे व्यक्त किया.
मैं लोगों को दूर धकेलने के बारे में उससे पूछा. पहले तो वह मुझे करने के लिए कि नहीं समझा सकता है - वह हमेशा दूसरे के लिए काम करना चाहता है तो वह एक बहुत दयालु व्यक्ति थे. हम गहरा गया लेकिन, जैसा कि वह उसे करने के लिए लोगों को करीब अनुमति नहीं करने के संबंध में 'दाता' इस्तेमाल किया जा रहा है कि स्पष्ट हो गया. दूसरों से स्वीकार करने के लिए उन्हें करीब आ जाने का मतलब है.
शक्ति का एक बहुत उपज है कि एक 'लोगों को दूर धकेलने' किया गया था. मैं सीधे मेरे पास कहने के लिए कि उसे पूछा: 'मैं तुम दूर धक्का चाहते'. वह उसे शर्म खत्म हो गया एक बार यह ऊर्जा का एक बहुत लाया. मैं अपने हाथों के खिलाफ पुश करने के लिए उसे आमंत्रित किया, तो वह दूर धकेलने अवतार लेना सकता है. वह अंतरिम रूप में पहली बार ऐसा किया है, और तो और अधिक दृढ़ता से अधिक और. सभी उसकी ऊर्जा उसके हाथों के माध्यम से आया था.
गुस्सा: मैं वह क्या महसूस किया उससे पूछा. इसलिए हम उसे उसके क्रोध embodying के साथ काम किया.
मैं केवल दो बार उसे देखा था, लेकिन वह कुछ समय बाद उसके दाने ज्यादातर को मंजूरी दे दी थी कि मुझे बताया, और वह अपने जीवन और रिश्तों में और अधिक मुखर हो पा रहा था कि
उसके जीवन, उसके तनाव का स्तर, उसे स्वस्थ, आहार, व्यायाम, और परिवार - मैं कुछ प्रासंगिक जानकारी के बारे में पूछा.
वह छोटा था - 20 के दशक की शुरुआत है, और पहले से ही तप. वह कई स्वास्थ्य उपचार की कोशिश की थी, लेकिन कुछ भी नहीं है इसे से छुटकारा मिल गया था.
वह एक शांत व्यक्ति था, और लोग अक्सर उसे दाने के लिए छोड़कर, उसे नोटिस नहीं किया था.
इसलिए मुझे लगता है कि वह खुद को वर्णन करने के लिए, व्यग्रता था कि कल्पना करने को कहा. वह चीजों की तरह ने कहा:
• मैं लाल हूँ
• मैं नहीं छुपा सकते हैं
• मैं संवेदनशील हूं
• मैं दूर नहीं जाना होगा
• मैं दूर से लोग प्रेरित कर रहा हूँ
• मैं बदसूरत हूँ
• मैं सूजन हूँ
मुझे लगता है वह इन बयानों बनाया जब वह अपने शरीर में क्या महसूस किया उसके साथ की जाँच की. वह संवेदनशील हॉट, और असुविधाजनक भावनाओं को सूचना दी.
मैं तो बयान से प्रत्येक उसके साथ का पता लगाया. मैं 'लाल बारे में बताओ' ने कहा, और उसके जीवन में मतलब लाल क्या पता लगाने के लिए उसकी मदद की. वह चारों ओर लाल रंग के बहुत से चीनी नव वर्ष का एक दुखद स्मृति, के बारे में मुझे बताया था, लेकिन उसके पिता घर वापस नहीं किया.
अन्य बयान भी कहानियां सामने आए. वह छिपने के बारे में बात करते हैं, तो वह उसे हराया जो उसकी माँ, से छिपाना चाहता था कि कैसे व्यक्त किया.
मैं लोगों को दूर धकेलने के बारे में उससे पूछा. पहले तो वह मुझे करने के लिए कि नहीं समझा सकता है - वह हमेशा दूसरे के लिए काम करना चाहता है तो वह एक बहुत दयालु व्यक्ति थे. हम गहरा गया लेकिन, जैसा कि वह उसे करने के लिए लोगों को करीब अनुमति नहीं करने के संबंध में 'दाता' इस्तेमाल किया जा रहा है कि स्पष्ट हो गया. दूसरों से स्वीकार करने के लिए उन्हें करीब आ जाने का मतलब है.
शक्ति का एक बहुत उपज है कि एक 'लोगों को दूर धकेलने' किया गया था. मैं सीधे मेरे पास कहने के लिए कि उसे पूछा: 'मैं तुम दूर धक्का चाहते'. वह उसे शर्म खत्म हो गया एक बार यह ऊर्जा का एक बहुत लाया. मैं अपने हाथों के खिलाफ पुश करने के लिए उसे आमंत्रित किया, तो वह दूर धकेलने अवतार लेना सकता है. वह अंतरिम रूप में पहली बार ऐसा किया है, और तो और अधिक दृढ़ता से अधिक और. सभी उसकी ऊर्जा उसके हाथों के माध्यम से आया था.
गुस्सा: मैं वह क्या महसूस किया उससे पूछा. इसलिए हम उसे उसके क्रोध embodying के साथ काम किया.
मैं केवल दो बार उसे देखा था, लेकिन वह कुछ समय बाद उसके दाने ज्यादातर को मंजूरी दे दी थी कि मुझे बताया, और वह अपने जीवन और रिश्तों में और अधिक मुखर हो पा रहा था कि
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